SongsList > Barso Re by Deepika Uppuluri
Download : Barso Re
Lyrics: Barso Re
बरसो रे मेघा मेघा बरसो रे मेघा मेघा बरसो रे मेघा बरसो
मीठा है कोसा है बारिश का बोसा है कोसाहै कोसा है बारिश का बोसा है
जल जल जल जल जल तल चल चल चल चल बहता चल
गीली गीली माटी गीली माटी के चल घरोंदे बनाएँगे रे
हरी भारी अंबी अंबी की डाली मिलके झूले झूलाएँगे रे हन
धन बैजू गजने हल जोते सबने बेल की घंटी बाजी और ताल लगे भरने
रे तैर के चली में तो पार चली पार वाले पर ले किनार चली रेमेघा
काली काली रातें काली रातों में यह बदरवा बरस जाएगा
गली गली मुझको मेघा दूंदेगा और गरज के पलट जाएगा
घर आँगन अंगना और पानी का झरना भूल ना जाना मुझे सब पूछेंगे वरना
रे बह के चली में तो बह के चली. रे कहती चली में तो कह के चली रे मेघा.....
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